UP Gehu Kharid Registration UP 2022 | गेहूं खरीद हेतु किसान पंजीकरण | gehu kharid last date | गेहूं खरीदी की आखिरी तारीख 2022 | Uttar Pradesh gehu kharid payment status | गेहूं खरीद सारांश
UP गेहूं खरीद रजिस्ट्रेशन : उत्तर प्रदेश सरकार श्री आदित्य नाथ योगी जी ने किसानो के सुविधा के लिए उतर प्रदेश गेंहू खरीद ऑनलाइन सुविधा निकाली है यह सुविधा यूपी के किसानो के लिए है
कोरोना काल देश में लग रहे लॉक – डाउन के बाद भी चीजे सही तरीके से अभी भी नहीं है जिससे किसान अपने अनुसार अपना गेंहू आसानी से बेच सके उनकी सुविधा के लिए ही सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली / ई-उपार्जन पोर्टल निकाला है
जिसमे पंजीकरण कर किसान अपना गेंहू (MSP) रेट पर एजेंसियो को बेच सकते है साथ ही साथ पर क्विंटल पिछले साल के मुकाबले इस साल 50/- रुपए अधिक मिलेगा और क्रय केन्द्रो पर गेंहू रखने की सुविधा जल पान आदि के सुविधा पर सरकार बैठक कर रही है
जानिए कैसे करना है ऑनलाइन पोर्टल खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली / ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकरण दिए गए आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़े
UP Jansunwai Portal Complaint Status
UP गेंहू खरीद Scheme Highlights
योजना का नाम | उतर प्रदेश गेंहू खरीद |
योजना आरम्भकर्ता | उतर प्रदेश मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ जी |
विभाग | कृषि विभाग उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | उतर प्रदेश के किसान |
पोर्टल | ई क्रय प्रणाली , ई उपार्जन पोर्टल |
लाभ | अपना फसल ऑनलाइन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी एजेंसियों को बेच सकते हैं । |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन मोड |
ऑफिसियल वेबसाइट | eproc.up.gov.in/wheat/uparjan/farmerreg_home.aspx |
हेल्प लाइन नंबर | 1800-1800-150 |
उत्तर प्रदेश गेहूं खरीद ऑनलाइन
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा गेहूं खरीद के लिए खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश ई क्रय प्रणाली/ई उपार्जन पोर्टल को विकसित किया गया है ।
जिससे उतर प्रदेश के किसान अपने फसल सरकार को आसानी से बेच सकते हैIइसके लिए किसानो को सरकार के द्वारा बनाया गया वेबसाइट ई क्रय प्रणाली यानी ई उपार्जन पोर्टल पर किसान पंजीकरण करना होगा I पंजीकरण के बाद ही किसान अपना रवि फसल(गेहूं) सरकार के एजेंसी को बेच सकता है
ई-क्रय प्रणाली क्या होता है
उतर- प्रदेश के सरकार ने किसानो के लिए ऑनलाइन गेहूं की सुविधा दी है किसान अपने गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण खाद्य एवं रसद विभाग,उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली वेब पोर्टल पर जायेंगे वहां से टोकन प्राप्त कर सकते है I
कोरोना के समय में जहाँ पूरा देश लॉक डाउन की समस्या को झेल रहा था सरकार ने किसानो की समस्या को देखते हुए इस योजना का निर्माण किया क्योकि किसान लॉक डाउन में अपना फसल नहीं बेच सकता इसलिए किसान चाहे तो वो अपना फसल MSP रेट पर एजेंसियों को बेच सकता है
उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली की विशेषताएँ–
- किसान अपना फसल को मंडी ले जाना चाहता है तो किसान यू.पी ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकरण करके ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकते है
- किसान के पास जब टोकन नंबर आ जाएगा तो वो अपना फसल मंडी में बिना किसी परेशानी और भीड़ के गेहूं बेच सकते है
- यह सुविधा वही किसान उठा सकते है जिन्हे अपने गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचना है
यूपी गेहूं खरीद कब से शुरू होगी
यूपी गेहूं खरीद के लिए सरकार ने बताया है 1 अप्रैल 2021 से गेंहू खरीदने की व्यवस्था शुरू की जाएगी साथ ही साथ सरकार ने जियो टैगिंग के भी निर्देश दिए है भंडारण गोदाम सहित सभी क्रय केंद्रों की जियो टैगिंग कराई जाए. इससे किसानों को सुविधा होगी.
सरकार ने कहा है किसी भी किसानों को क्रय- केंद्र की समस्या न हो इसके लिए भण्डारण गोदाम हो या क्रय केंद्र हर जगह किसानों को पर्याप्त मात्रा में गेहूं रखने की सुविधा दी जाएगी साथ ही साथ सरकार ने गेंहू के दामों में भी बढ़ोतरी की है यानि इस बार प्रति क्विंटल गेहूं का (MSP) दाम 1975रुपए प्रति क्विंटल किया गया है
इस शुक्रवार मुख्यमंत्री ने बताया 2021-22 के समय सारिणी और क्रय नीति के बारे में अधिकारियो से चर्चा कर रहे है चर्चा के बारे में बताया जिस तरह गन्ना किसानो के तर्ज पर गेहूं किसानो को ऑनलाइन पर्ची की सुविधा देंगे नए नीति में इस बात का ध्यान रखा गया है जिन क्रय एजेंसियों का रिकॉर्ड ठीक नहीं है उन्हें काम नहीं दिया जायेगा
6,000 केंद्रों पर होगी गेहूं की खरीद
मुख्यमंत्री ने पारदर्शिता के लिए इस वर्ष यथासंभव ई-पॉप मशीनों के माध्यम से बायोमीट्रिक सत्यापन द्वारा क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए कुल 6000 क्रय केन्द्रो की वयवस्था की गयी है
गेहूं खरीदने के लिए जिससे किसानो को क्रय केंद्र की के लिए असुविधा ना हो गेहूं क्रय केन्द्र के लिए पथ-प्रदर्शक निशान अवश्य लगाए जाएं.जैसे ग्राम पंचायत में क्रय केंद्र सूची की वाल- पेंटिंग कराई जानी महत्वपूर्ण है
इससे किसानो को सुविधा मिलेगी साथ ही साथ क्रय केन्द्रो पर विभिन प्रकार के इंस्टूमेंट उपलब्ध होंगे जैसे मापक यंत्र, डबल जाली का छलना, इलेक्ट्रॉनिक कांटा आदि
ई उपार्जन पोर्टल से मिलने वाले लाभ
- किसानो के लिए मंडी उपलब्ध करवाना जिससे समय रहते वो अपना फसल बेच सके
- जिस तरह पहले उन्हें अलग – अलग मंडियों मे जाकर गेहूं बेचने के लिए भटकना पड़ता था अब ऐसा नहीं होगा अब रजिस्ट्रेशन करके अपना टोकन ले सकते है और बारी आने पर अपना गेंहू क्रय केंद्र पर बेच सकते है
- किसानों के साथ गेहूं की खरीद में पारदर्शिता रखना तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद करना ।
- गेहूं खरीद होते ही किसान के बैंकअकाउंट में पैसा चला जायेगा
- किसान को क्रय मंडी के साथ जोड़ना
उत्तर प्रदेश गेहूं खरीद के उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों को ऑनलाइन फसल बेचने की सुविधा उत्तर प्रदेश ई क्रय पोर्टल , ई उपार्जन पोर्टल के माध्यम से दिया जा रहा है
इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में रह रहे किसान ऑनलाइन पोर्टल पर टोकन प्राप्त कर आसानी से अपना गेहूं सरकारी एजेंसियो को (MSP) रेट पर बेच सकते है उन्हें हाथो हाथ गेहूं के पैसे उनके अकाउंट में पहुंचा दिया जायेगा I इस योजना के तहत किसान अपना सारा फसल समय रहते बेच सकते है और फसल बर्बादी से भी बच सकते है
उत्तर प्रदेश गेहूं खरीद दस्तावेज
आप भी यू.पी गेहूं खरीद ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करवाना चाहते है तो उसके लिए आपको आवश्यक दस्तावेज जान लेना ज़रूरी है
- किसानो को अपने खेती जमीन का सम्बंधित जानकारी देना आवश्यक है जैसे खसरा, खतौनी संख्या , जितने जमीं पर गेहूं खेती हुई है उसकी जानकारी और ज़मीन का रकबा की जानकारी पहले से ही रख ले
- 12 अंको वालो आधार कार्ड
- बैंक पासबुक जिसमे आपको पैसे लेने है
- 10 अंको का मोबाइल नंबर
- खेत के राजस्व अभिलेख सम्बंधित जानकारी
- पासपोर्ट साइज फोटो
यू.पी गेहूं खरीद ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करे
पंजीकरण करते वक़्त हमारे दिए गए दिशा- निर्देश के अनुसार आप आसानी से पंजीकरण कर सकते है इसमें फॉर्म भरते वक़्त सभी कॉलम को विस्तारपूर्वक बताया गया है जिससे आपको परेशानी ना हो और घर बैठे ही आसानी से पंजीकरण करवा सकते है
- सबसे पहले up गेहूं खरीद के ऑनलाइन पोर्टल खाद्य एवं रसद विभाग उतरप्रदेश ई-क्रय प्रणाली के लिंक पर जाना होगा https://eproc.up.gov.in/Uparjan/FarmerReg.aspx?id=Mw==&id1=NQ==
- खाद्य एवं रसद विभाग,उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली के होम पेज पर आपको गेहूं खरीद हेतु किसान पंजीकरण के लिए Option दिखाई देगा, आपको उसपर क्लिक करना होगा |आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमे आपके सामने स्टेप 1 से स्टेप 7 तक दिखाई देंगी
स्टेप1 पंजीकरण प्रारूप
- सबसे पहले पंजीकरण प्रारूप पर क्लिक करना होगा इसमें आपको (MSP) रेट पर गेहूं खरीद का फॉर्म मिलेगा जिसे एक बार ध्यानपूर्वक पढ़ ले
स्टेप-2 पंजीकरण प्रपत्र
- इसके बाद पंजीकरण प्रपत्र पर क्लिक करेंगे अब आपके सामने
नया पेज खुलेगा जिसमे आपका मोबाइल नंबर और कृपया दिए गए अंको को बॉक्स में भरे का ऑप्शन दिखेगा यहां आपको दिए गए कोड अंक दर्ज करना है इसके बाद आगे बढे के ऑप्शन पर क्लिक करे
स्टेप-3पंजीकरण ड्राफ्ट
- अब आपके सामने पंजीकरण ड्राफ्ट आएगा जिसमे फॉर्म भरते हुए अगर कोई गलती हो जाती है तो आप उसमे सुधार कर सकते है
स्टेप-4 पंजीकरण संशोधन
- किसान पंजीकरण प्रपत्र आएगा जिसमे आपको 4 कॉलम दिया गया है जिसे ध्यान पूर्वक भरे
1 ऑप्शन में किसान का वयक्तिगत विवरण 1 किसान के बाद 3 ऑप्शन पूछा जायेगा a) किसान b) भटाईदार c) कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग
अगर आप किसान है या आपका खुद का खेत है तो किसान के ऑप्शन पर क्लिक करे भटाईदार यानि अगर आपने किसी और का खेत लिया है तो भटाईदार पर क्लिक करे कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग यानि आपने किसान के खेत पर कॉन्ट्रैक्ट करवाया हुआ है तो इस ऑप्शन पर क्लिक करे
- जैसे आपने किसान के ऑप्शन पर क्लिक किया इसके बाद2 किसान का नाम डाले
- 3 पिता का नाम डाले 4 आधार का नाम डाले 5 जेंडर 6 आधार संख्या 7 मोबाइल नंबर 8 अगर कोई अन्य मोबाइल नंबर डालना चाहते है तो डाल सकते है 9 किसान की श्रेणी में SC ,ST , OBC किसी पर भी क्लिक करे
- किसान की भूमि विवरण – 1 जनपद (जिला चुने ) २ तहसील चुने 3 ग्राम चुने 4 अब आपको अपना खाता नंबर भरना है उसके बाद भूमि खोजे के ऑप्शन पर क्लिक करे अब आपके सामने आपके खेत का विवरण आ जाएगा जिसे दोबारा चेक करके क्लिक करे भूमि जोड़ने के ऑप्शन पर क्लिक करे आपके सामने नया पेज खुलेगा इसमें आपको (कुल रकबे में किसान की हिस्सेदारी का ऑप्शन दिखेगा उस पर जितना आपका हिस्सेदारी है उतना डालकर सुरक्षित के ऑप्शन पर क्लिक करे
- किसान के निवास का पता – यहां जो भी पता है उसे भरे
- किसान के बैंक का विवरण : यहां आपका 1 खातेदार का नाम 2 बैंक जिले का नाम 3 बैंक का नाम 4 बैंक शाखा 5 IFSC कोड 6 बैंक संख्या 7 कॅप्टचा कोड डालकर पंजीकरण के ऑप्शन पर क्लिक करे आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा
स्टेप 5 पंजीकरण लॉक
- पंजीकरण लॉक के ऑप्शन पर क्लिक करे किसान मोबाइल नंबर डाले अब आपके पास एक OTP आएगा उस OTP को दिए गए ऑप्शन में भरे और आगे बढ़े के ऑप्शन पर क्लिक करे ध्यान रहे स्टेप 5 में पंजीकरण आपका लॉक हो जायेगा यहाँ कुछ भी संशोधन करने का ऑप्शन नहीं है
स्टेप 6 पंजीकरण फाइनल प्रिंट
- पंजीकरण फाइनल प्रिंट से आप अपना पंजीकरण स्लिप प्रिंट कर सकते है इसके लिए मोबाइल नंबर डाले और कॅप्टचा कोड डाल कर सबमिट करे
स्टेप 7 लॉक के उपरान्त टोकन बनाए
- लॉक के उपरान्त टोकन बनाए, जिसमे आपको किसान पंजीयन आईo डीo अथवा मोबाइल न०: और कैप्चा कोड अंकित करना होगा मोबाइल पर किसान टोकन प्राप्त हो जायेगा और मंडी में जाने की तिथि भी आपके मोबाइल पर ही बता दी जाएगी |
नोट:- गेहूं बेचने के लिए मंडी जाते वक़्त आप क्रय हेतु टोकन आवेदन फॉर्म की प्रिंट कॉपी को साथ ही मोबाइल पर आए मैसेज दोनों को लेकर जाएं ताकि आपको कोई समस्या ना हो ।
उतर प्रदेश गेहूं पंजीकरण के लिए ज़रूरी बाते
- पंजीकरण करते हुए 1 -1 करके सभी स्टेप्स का पालन करे
- आवेदन लॉक हो जाने के बाद संशोधन नहीं हो सकता इसलिए आवेदन करते वक़्त ध्यानपूर्वक फॉर्म भरे
- जब तक आवेदन लॉक नहीं होगा पंजीकरण मान्य नहीं होगा
- 100 क्विंटल से अधिक के बिक्री पर जिलाधिकारी से ऑनलाइन सत्यापन कराया जायेगा चकबन्दी के ग्रामों में बेचीं जाने वाली मात्रा का शत प्रतिशत सत्यापन कराया जायगा
- किसान अपना सी.बी.एस खाता खुलवाए
- बैंक डिटेल भरते वक़्त सावधानी बरते जैसे अकाउंट नंबर और IFSC कोड
- PFMS के माध्यम से भुगतान हो सके इसके लिए किसान अपने एकल बैंक खाते का न ० ही पंजीकरण के समय दें
- गेहूं विक्रय के समय पंजीकरण टोकन कम्प्यूटराइज़्ड खतौनी पहचान पत्र आधार कार्ड, बैंक पासबुक के पहले पेज की फोटोकॉपी साथ लेकर जाये
- गेंहू विक्रय के बाद गेहूं केंद्र से रसीद अवश्य ले ले
- गेहूं खरीदी मामले में महिलाओं को विशेष छूट दी गई है, जिसके अंतर्गत किसी भी तिथि को जाकर महिलाएं गेहूं की बिक्री कर सकती हैं
100 क्विंटल से ज्यादा गेहूं तो यह है नियम
- जैसा की पहले बताया गया है 100क्विंटल से ज़्यादा गेहूं है तो उसके लिए आपको उपजिलाधिकारी(SDM) में संपर्क करना होगा यानि ऑनलाइन सत्यापन कराना होगा ! इस हिसाब से केवल उसी खरीद को मान्यता मिलेगी, जो ऑनलाइन फीड होगी। इस वर्ष खेती लेने वाले कृषकों का पंजीकरण अनिवार्य माना जाएगा।
इसके साथ ही साथ अपना आधार नंबर और आधार कार्ड में लिखा नाम ही दर्ज करना होगा
नोट: फॉर्म भरते वक़्त किसी भी तरह की लापरवाही ना बरते अन्यथा फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है I